बाँटें |
![]() | शान्तिशील साम्राज्य – घरवापसी |
![]() | साक्षी – एक ट्राइब ऑफ़ हार्ट वृत्तचित्र |
![]() | डर से बढ़कर प्यार– शान्तिशील साम्राज्य के पीछे प्रेरणात्मक कहानी |
![]() | प्रस्तुत करते हैं संपूर्ण अहिंसा |
![]() | कलाकार से कर्मण्यतावादी |
![]() | फ़ादर फ्रैंक मैन का पशुओं की ओर संवेदिता का जागरण |
![]() | मुर्गी माता और उसका शिशु – शान्तिशील साम्राज्य से एक दिल को छूने वाला उपविभाग |
![]() | दुनिया में सबसे बड़ा परिवर्तन |
![]() | क्या मानसिक परिवर्तन दुनिया बदल सकता है? |
आने वाले कार्यक्रम ----- आधुनिक कार्यक्रम
बात और स्क्रीनिंग लाम्बे चॉप से \u200b\u200bमेंटिस्ट्स: द ईवोल्यूशन ऑफ डिसाइंस मार्च 11 डंडी स्कॉटलैंड यूनाइटेड किंगडम
टोह सह-संस्थापक द्वारा शाकाहारी भोजन और टॉक होलीस्टिक अहिंसा का परिचय - जेम्स लावेक के साथ फरवरी 1 9 रोचेस्टर NY
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ब्लॉग पोस्ट
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एक कल्पना
कि एक व्यक्ति का मानसिक परिवर्तन दुनिया बदल सकता है।
पुरस्कृत फ़िल्में
जो अंत:करण और संवेदन को जगाती हैं और सब जीवन के अंत:संबधन की सहभाजी समझ को बढ़ाती हैं।
एक धर्मार्थ संगठन
जो सहानुभूत व्यक्तियों को सामाजिक न्याय के लिए काम करने और शांतिपूर्ण परिवर्तन के कारक बनने में समर्थन देती है।
एक जागतिक सम्प्रदाय
हर उम्र और पृष्ठभूमियों के लोगों से बना, जो एक दुसरे से हमारे रिश्तों को एक रिश्ते में बनाना चाहता है जो करुणा, आदर और संपूर्ण अहिंसा पर आधारित है।
एक दृष्टी
जो एक अहिंसावादी और सुन्दर दुनिया से बनी है।
पिछली पीढ़ियों के सामाजिक न्याय काल्पनिक व्यक्तियों के बोल और कृत्यों से प्रेरित, हम वृत्तचित्र, शैक्षणिक वेबसाइटें, विवेचनात्मक विचार निबंध, शैक्षणिक प्रदर्शन, और जनसाधारण अधिवक्त्तृता कार्यक्रम बनाते हैं, जो छुपे हुए अन्यायों का पर्दाफ़ाश करते हैं, संवेदना जगाते हैं, व्यक्तिगत परिवर्तन को समर्थन देते हैं, और अत्याचार और सामाजिक स्तर पर स्वीकृत हिंसा के विरुद्ध अहिंसक प्रतिबन्ध को प्रोत्साहन देते हैं।
हमारे फ़िल्म के विषय और कलात्मक सहकारी हमारी रचनात्मक कार्यप्रणाली को उत्तेजना देते हैं, और सक्रीय प्रतिभागी, अनुवादक, शिक्षक, सहायक और स्वयंसेवकों का एक अंतर्रराष्ट्रीय सम्प्रदाय हमारे कार्यक्रमों को सजीव बनाते हैं, और परिवर्तन की एक लहर को उभारते हैं।
इन सहयोगपूर्ण प्रयासों से और हमारे व्यक्तिगत जीवन में हम दया, आदर और संपूर्ण अहिंसा का एक खुशी भरा सदाचार विकसित करना चाहते हैं, जो दुसरे मनुष्यों, जानवरों और हमारी नैसर्गिक दुनिया से हमारे रिश्तों का मार्गदर्शन करेगा।
कमज़ोर और अवलंबित जीवों के लिए शान्ति, खुशी, और न्याय की संभावना बनाने के लिए हम हर उस व्यक्ति को प्रेरित करना चाहते हैं जो विशेषाधिकृत और स्वतन्त्र है, और इस यात्रा में आपको आमंत्रित करना चाहते हैं।
ट्राइब ऑफ़ हार्ट टीम
सन २००० में, सामाजिक न्याय कलाकार जेनी स्टीन और जेम्स लावेक दोनों एक साधारण लेकिन प्रभावशाली कल्पना से प्रेरित हुए, कि एक व्यक्ति का मानसिक परिवर्तन दुनिया बदल सकता है। उन्होंने मिलकर धर्मार्थ लाभ-निरपेक्ष संगठन ट्राइब ऑफ़ हार्ट की स्थापना की।
ट्राइब ऑफ़ हार्ट प्रदर्शनों में समावेश हैं प्रेक्षकों के साथ नीतिशास्त्र, अंतःकरण के कृत्यों और समाजिक न्याय आन्दोलनों के बारे में गहरा वार्तालाप। निर्माताओं को अक्सर बताया जाता है कि फ़िल्म देखने के अनुभव के बाद “उनका जीवन बदल गया” और “सबको यह फ़िल्म देखनी चाहिए”। किसी हद तक प्रेरित प्रेक्षकों की जनसाधारण सहायता की वजह से ट्राइब ऑफ़ हार्ट फ़िल्में उत्तर अमरीका के सार्वजनिक टेलीविज़न पर और यूरोप में भी प्रदर्शित हुई हैं, वैसे ही नागरिक-द्वारा संयोजित प्रीमियर और सार्वजनिक प्रदर्शनों में दिखाई गयी हैं, उनका बारह भाषाओं में अनुवाद हुआ है, और और भी भाषाओं में जल्द ही होगा।
ट्राइब ऑफ़ हार्ट की नयी फिल्म, विरासत, अब निर्माण में है।
पिछले पचीस से ज़्यादा सालों से, जेनी स्टीन और जेम्स लावेक रचनात्मक सहभागी रहे हैं। उनकी सबसे जाने-पहचाने वृत्तचित्र हैं, शांतीप्रीय साम्राज्य: घरवापसी और साक्षी।
जेम्स और जेनी को उनके सक्रीयातावाद के लिए चार राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं, जिनमें से दो आजीवन पराक्रम पुरस्कार हैं। यूनाइटेड टीचर्स फेडरेशन और कैलिफ़ोर्निया टीचर्स एसोसिएशन ने उनके काम को पुष्टि किया है, और विश्वविद्यालय के अध्यापक उनका काम अपने नीतिशास्त्र, क़ानून, दर्शनशास्त्र और लेखशास्त्र के पाठ्यक्रमों में इस्तेमाल करते हैं।
वे अब संपूर्ण अहिंसा सिखा रहें हैं और विकसित कर रहे हैं, जो कि एक व्यक्तिगत परिवर्तन और सामाजिक उभ्दव का नया मार्ग है, और उनके नए वृत्तचित्र “विरासत” के पीछे प्रेरणा है।
जेनी और जेम्स दोनों ने सम्मान के साथ कॉर्नेल विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड साइंसेज़ से उपाधि प्राप्त की। जेनी ने UCLA के स्कूल ऑफ़ थिएटर, फ़िल्म एंड टेलीविज़न से भी मास्टर ऑफ़ फाइन आर्ट्स की उपाधि प्राप्त की है। जेम्स टाए क्वोन दो में ब्लैक बेल्ट है। दोनों इथका, न्यू यॉर्क में रहते हैं।
Tribe of Heart
PO Box 149
Ithaca, NY 14851
US
ईमेल: mail@tribeofheart.org
दूरभाष: (+1) 607.275.0806
अगर हमारी किसी फ़िल्म ने आपका दिल छू लिया हो, तो कृपया इस प्रभावशाली अनुभव को अपने दोस्तों, परिवारवालों, और सहकारियों के साथ बांटे – अपने घर में, पाठशाला में, सामाजिक मीडिया पर, या फिर आप अपने सामुदाय में सार्वजनिक प्रदर्शन संयोजित करके। नीचली टिप्पणियाँ दिखलाती हैं की सामुदाय में बाँटने से संवेदिता और न्याय का सन्देश कितना गहरा प्रभाव डाल सकता है।
अपने प्रदर्शन की संयोजना कैसे करें
इस फिल्म ने मेरे अन्दर के प्यार को जगाया है – अतिसुन्दर! (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
यह फ़िल्म दिल को छू गयी। यह याद दिलाती है की एक व्यक्ति अच्छा कर सकती है, और हम सब पर ज़िम्मेदारी है की हम उनके लिए आवाज़ उठायें जो बोल नहीं सकते। (टीवी दर्शक)
फ़िल्म देखने के बाद मुझे “संपूर्ण” महसूस हो रहा है। दैनिक जीवन में नहीं मिलते वैसे ताल्लुक जोडती है। मुझे लगा मैं अपने आप से बड़ी हूँ, जैसे कि मैं एक किसी बड़ी चीज़ का हिस्सा हूँ।
पहली बार मैं एक साथ हंसी और रोई भी। लगता है मैं अब जाग गयी हूँ, जीवित हूँ। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
इस फ़िल्म ने बेहतरीन तरीके से मेरा दिल तोड़ दिया। मुझे पसंद है कि यह फ़िल्म संवेदनशील है, जानवरों से ही नहीं, किसानों से भी। उनकी यात्रा हमारी यात्रा है, जो जानवरों का उपयोग करने से अहिंसा की ओर गए हैं। मुझे इस फ़िल्म सबको दिखानी है। (कैनाडा में दर्शक)
बहुत ही महत्त्वपूर्ण फ़िल्म, जो आकस्मिक संवेदनशीलता से बनी है। बहुत लोगों जैसे मैंने अपने बेहतर प्रवृत्ति पर ध्यान नहीं दिया। आपकी फ़िल्म की वजह से, मैं अपने पोते-पोतियों को जानवरों से प्रेम और उनका आदर करने सिखाउंगी। (शान्ति फ़िल्मोत्सव में दर्शक)
इस फ़िल्म में दिखाए लोगों की मानवता और साहस मेरा दिल छू गए – लोग जो अपने मूल्य जी रहे हैं – और यही बदलना चाहिए। प्रार्थना करने के अलावा हम अपने जीवन शैली में परिवर्तन ला सकते हैं। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
यह आसान है सोचना की एक व्यक्ति कुछ सार्थक परिवर्तन नहीं कर सकती। यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि यह ज़रूरी नहीं है, हर एक क्रिया मदद कर सकती है। यह सचमुच एक नम्र बनाने वाला एहसास है। (टीवी दर्शक)
इस फ़िल्म ने मेरे अन्दर कुछ हिला दिया। धन्यवाद कि आपने इन जानवरों को आवाज़ दी। धन्यवाद कि आपने परिवर्तन करने का मुझे साहस दिया। दिल से धन्यवाद। (ऑस्ट्रेलिया में दर्शक)
फ़िल्म देखने के बाद मेरा दिल टूट गया कि जानवरों से कितना बुरा बर्ताव किया जाता है। उन्हें भी दर्द और दुःख महसूस होता है हमारी तरह। उनके साथ लोगों जैसा ही बर्ताव होना चाहिए। उनका आदर करो, उनसे प्यार करो, ताकि न ही उनका पर हमारा भी जीवन बेहतर हो जाए। फिर वह हमारे सच्चे दोस्त होंगे। (विएतनाम में दर्शक)
मैं बता नहीं सकता कि इस वृत्तचित्र का मुझपर कितना प्रभाव पडा है। मुझे आशा है कि अन्य लोग भी देख पाएंगे। हाँ, सबको “पता है” कि क्या हो रहा है, पर क्या वे सचमुच समझते हैं? इस फिल्म जैसे नहीं समझते। इस फ़िल्म जैसा कुछ नहीं। (टीवी दर्शक)
फिल्म ने मुझे याद दिलाया कि “बेखबर” होना ठीक नहीं है। मुझे लगा “कि मुझे भी कुछ करना है।” (जापान में दर्शक)
“घरवापसी” जानवरों की घर की ओर यात्रा के बारे में तो है ही, पर सच और न्याय की ओर हमारी व्यक्तिगत और सामूहिक यात्राओं के बारे में भी है। यह हमारे शिक्षक हैं, अगर हम सुनें, सचमुच सुनें, और सीखें तो। शायद यही है जो सबको नींद से जगाएगा, मुझे आशा है। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
सुन्दर, संवेदनशील ढंग से बनाई गयी फ़िल्म। यह सोचने की बात है कि हमारे चुनाव हमारी दुनिया में हिंसा कैसे बढ़ाते हैं। (कैथोलिक सामुदाय प्रदर्शन के दर्शक)
मैं विकलांग व्यक्तियों के साथ काम करता हूँ और हमेशा प्रयास करता हूँ कि उनके व्यक्तिगत मानवता का आदर करते हुए उनसे बरताव करूं। लेकिन मैं यह जानवरों के साथ नहीं करता। इस फ़िल्म ने इस वियोग पर ध्यान दिलाया। मैं फिर से एक नए अभिज्ञता की ओर जा रहा हूँ। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
इस फ़िल्म ने दिखाया कि अपने असली अहम् को बंद करने से कितने लोगों को कष्ट हो रहा है – कैसे वह धीरे धीरे मरने लगते हैं। सचमुच एक संवेदनशील कहानी है। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
यह फ़िल्म देखने के बाद मैं सचमुच कह सकता हूँ कि मैं अच्छे के लिए बदल गया हूँ। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
हमारी दुनिया को इस संदेश की ज़रुरत है – ह्रदय को छू जानेवाली, आशावादी और प्रेरणात्मक थी। मैं अभिभूत हूँ और आभारी भी। (फ़िल्मोत्सव दर्शक)
आरंभिक वीडियो
संपूर्ण अहिंसा व्यक्तिगत परिवर्तन और सामाजिक उद्भव का एक नया मार्ग है। सबके साथ, चाहे वह हमसे कितने भी अलग क्यों न हो, दया और आदर के साथ बर्ताव करने की गहरी होती हुई वचनबद्धता पर आधारित अंत:करण की अंतर्राष्ट्रीय सम्प्रदाय की रचना करने का इरादा है।
समाज में कई प्रकार के अत्याचार और हिंसा हैं जो, संस्कृति या परम्परा की वजह से, स्वीकृत रहे हैं। संपूर्ण अहिंसा का माढ चुनने का मतलब है उन सभी अत्याचार और हिंसा के प्रकारों के बारे में प्रश्न पूछना, उनके सामान जड़ समझना, और विकल्प चुनना। इसका मतलब है –प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से – हिंसा में भाग लेने से, दूसरों के नुकसान से लाभ करने से, या फिर अत्याचार को जान बूझकर नज़रंदाज़ करने से मना करना। इसका मतलब है किसी जीव – चाहे वह हमसे कितने भी अलग क्यों न हो, चाहे वह मनुष्य हों या जानवर – की इज्ज़त, शारीरिक पवित्रता, स्वतंत्रता, या उसका जीवन उनसे छीनने से मना करना।
इस मार्ग पर चलने का मतलब उत्तमता पाना नहीं है, बल्कि इसका मतलब है अपने आप को चुनौती देना ताकि हम अपनी समझ को बढ़ा सकें की अपने कृत्यों का दूसरों पर क्या असर होता है, और धीरे धीरे, सब की ओर अहिंसा के आदर्श के पास आ सकते हैं। यह एक आत्मविकास, इज्ज़त, और सेवा की ओर जानेवाला लंबा रास्ता है। इसका केंद्र-बिंदु है उन जीवों का आदर करना, अभिवक्त करना, और जब मुमकिन हो, उनका समर्थन करना जो अत्याचार, चूषण, या हत्या के शिकार हैं। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है की यह एक जीवन के ख्याल और सुरक्षा, और एक साथ रचित खूबसूरती और खुशी के जश्न पर आधारित मार्ग है।
नीचले भाग तीन तरह की संपूर्ण अहिंसा का वर्णन करते हैं, और हर एक के कई उदाहरण देते हैं।
दूसरों के नुकसान और ह्त्या में कम से कम सहभागीदारी करने की वचनबद्धता
कुछ उदाहरण:
जब दूसरों को कष्ट दिया जा रहा है, अपने पर से अहिंसक तौर पर हस्तक्षेप करने और सर्वांगी नुकसान के उन्मूलन के लिए काम करने की वचनबद्धता
कुछ उदाहरण:
अपनी समझ और क्षमता के अंतर्गत, वचनबद्ध होकर, संपूर्ण अहिंसा के सिद्धांतों का पालन करना, अत्याचार और चूषण के विकल्प सिखाना, हिंसा के सदमे का इलाज करना, और सामुदायिक समझ फैलाना कि सबके लिए दया और आदर के साथ रहने का क्या अर्थ है
कुछ उदाहरण: